CM Ashok Gehlot: कांग्रेस पार्टी में जहां एक ओर कांग्रेस के अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा रहा है वहीं राजस्थान में सीएम कुर्सी को लेकर घमासान जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते तो पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अब सीएम कुर्सी पर आसीन होना चाहते हैं। ऐसे में दोनों नेताओं और उनके समर्थक विधायकों के बीच बयानबाजी की जोरदार जंग छिड़ी हुई है। जिसके चलते गहलोत गुट पर तो पार्टी आलाकमानों की गाज भी गिर चुकी है। इसी बीच सीएम अशोक गहलोत ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा है कि बीजेपी ने 10 करोड़ से अधिक में विधायक खरीदने की कोशिश।
गांधी जयंती के अवसर पर कही मन की बात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज रविवार को गांधी जयंती के अवसर पर मीडिया के आगे खुलकर सामने आए और अपने मन की बात कही। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के लिए आगामी विधानसभा चुनाव जीतना जरूरी है। सीएम गहलोत ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि भाजपा तुष्टीकरण की राजनीति और देश में विभाजन का माहौल पैदा कर रही है।
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सहयोगी विधायकों का विश्वास नहीं तोडूंगा
राजस्थान सीएम गहलोत ने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि वह सरकार गिराना चाहती थी। पार्टी के लिए 2 साल पहले गंभीर संकट आया था। उस समय जिन 102 विधायकों ने सरकार के साथ-साथ पार्टी की इज्जत बचाई थी उन सहयोगी विधायकों का विश्वास नहीं तोडूंगा। राजस्थान कांग्रेस के 50 साल के इतिहास में पहली बार ऐसी स्थिति पैदा हुई है।
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CM Ashok Gehlot: गहलोत यही चुप नहीं रहे, उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले पर सफाई देते हुए कहा कि, अगर मैं कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनता तो यह मेरे 102 विधायकों के साथ नाइंसाफी होती। जिन्होंने सरकार गिरने से बचाई थी और भाजपा के षड़यंत्र पर पानी फेर दिया था।
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