नई दिल्ली | WHO India Heart Attack : पिछले कुछ समय में लगातार सेलेब्स की अचानक हार्ट अटैक से मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, गायक केके, टीवी अभिनेता सिद्धार्थ शुक्ला, कन्नड़ सुपरस्टार पुनीत राजकुमार के साथ और भी कई सेलेब्स अचानक से सब कुछ छोड़कर चले गए. बात सिर्फ सेलेब्स की नहीं है बल्कि हाल कि दिनों में युवाओं में बढ़ते हृदय रोग संबंधी तथ्य को उजागर किया है. ऐसे में इस परेशानी के बार में हम आपको आज के अंक में विस्तृत जानकारी देने जा रहे हैं…
एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल को स्वस्थ रखने के लिए सिर्फ शारीरिक रूप से फिट होना ही काफी नहीं है. हृदय रोग से बचने के लिए मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी समय की मांग है. सेलेब्स और आज का युवा वर्ग खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए विभिन्न तरीकों को अपनाते हैं. ये कभी जिम जाकर एक्सरसाइज करते हैं तो कभी दूसरी फिजिकल एक्टिविटी करते नजर आते हैं.
#WorldHeartDay 2022: #Stress is a giant killer and its presence alone is enough to cause a massive #heartattack. Here’s how to #managestress and keep your #heart #healthy@htTweets https://t.co/SZEHiTqcvr
— HT Life&Style (@htlifeandstyle) September 22, 2022
WHO India Heart Attack : ये सही भी है क्यों कि आज के समय में युवाओं को प्रदर्शन, प्रतिस्पर्धा, फैशन, प्रोजेक्ट, लुक समेत कई चीजों पर ध्यान देना पड़ता है. लेकिन इससे सबसे बुरा प्रभाव देखने को जो मिलता है वो ये है कि इससे उनका जरूरत से ज्यादा संवेदनशील बन जाता है. यहीं कारण है कि ऐसे में अटैक आने के चांसेज भी काफी बढ़ जाते हैं.
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WHO India Heart Attack : इसके अलावा आज के युवाओं के लिए ड्रग्स, शराब और धूम्रपान जैसी आदतों को अपने अंदर शामिल करना एक आम बात है. एक्सपर्ट्स की मानें तो इन सभी चीजों का दिल पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इस वजह से भी उनमें उन्हें हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.
Top #cardiologist explains the difference between sudden cardiac arrest and #heartattack
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— DNA (@dna) September 22, 2022
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत की युवा पीढ़ी हृदय रोग के कारण मृत्यु के प्रति अधिक संवेदनशील होती जा रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के अनुसार दुनिया में हृदय रोग से होने वाली मौतों का पांचवां हिस्सा भारत में होता है . इसमें भी 26-40 वर्ष के आयु वर्ग के 53 प्रतिशत भारतीयों को हृदय रोग का खतरा है. ऐसे में आपको एक बार इस संबंध में सोचना जरूरी है…
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