सीएम साहेब को परोस दी ठंडी चाय, जारी हो गया कारण बताओ नोटिस…

Cold Tea Controversy :

नई दिल्ली | Cold Tea Controversy : पीएम मोदी के पीएम बनने के बाद से देश में चाय और चायवालों पर खासा चर्चा शुरू हो गई है. देश ने एक समय में पीएम के चायवाले की छवि का खुब महिमामंडन किया था औऱ इससे काफी हद तक उन्हें फायदा भी हुआ था. अब एक बार फिर से चाय की चर्चा जोरो पर है लेकिन इस बार मामला पीएम मोदी से नहीं बल्कि उन्हीं की पार्टी के दूसरे नेता और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह से जुड़ा हुआ है. खबर मिल रही है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान को कथित तौर पर घटिया और ठंडी चाय पिलाने के लिए एक कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया. इसके साथ ही इस नोटिस में तीन दिन के भीतर अधिकारी से जवाब भी मांगा गया.

Cold Tea Controversy : जानकारी के अनुसार यह नोटिस छतरपुर जिले के राजनगर अनुविभागीय अधिकारी (SDM) डीपी द्विवेदी ने राजनगर में पदस्थ कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी राकेश कन्हुआ को 11 जुलाई को जारी किया था. SDM ने भी इस बाकी पुष्टि कर दी है. हालांकि, नोटिस जारी होने के एक दिन बाद प्रशासन की भारी किरकिरी एवं विपक्षी दल कांग्रेस के विरोध के बाद इस नोटिस को निरस्त कर दिया गया. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और चिड़िया खेत चुग गई थी. ये मामला तब तक सोशल मीडिया में भी आ गया और लोगों ने सीएम शिवराज सिंह के साथ ही भाजपा को भी ट्रोल करना शुरू कर दिया.

Cold Tea Controversy : कन्हुआ को जारी नोटिस में कहा गया है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के 11 जुलाई को खजुराहो हवाईअड्डे पर ट्रांजिट विजिट के दौरान मैन्यु के अनुसार चाय-नाश्ता व्यवस्था हेतु आपको (राकेश को) दायित्व सौंपा गया था. लेकिन, सूचना प्राप्त हुई है कि मुख्यमंत्री को उपलब्ध कराई गई चाय का स्तर सही नहीं था एवं ठंडी थी. नोटिस के अनुसार परिणामतः जिला प्रशासन की अशोभनीय स्थिति निर्मित हुई एवं प्रोटोकॉल के अनुपालन पर प्रश्न चिह्न लगा है. आपके द्वारा वीवीआईपी की व्यवस्था को हल्के में लिए जाने से उक्त स्थिति निर्मित हुई है एवं कोताही बरती गई है, जो प्रोटोकॉल के प्रावधानों के विपरीत होने से कदाचरण है.

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Cold Tea Controversy : इसके साथ ही नोटिस में ये भी कहा गया कि आप कारण स्पष्ट करें. क्यों न आपके विरुद्ध उपरोक्त कदाचरण के अनुक्रम में कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. आपका समाधान कारक जवाब तीन दिन के भीतर प्रस्तुत नहीं होने की स्थिति में आपके विरुद्ध एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी एवं बाद में पेश किया गया जवाब ग्राह्य नहीं होगा. बाद में हुई किरकिरी के बाद नोटिस जारी होने के एक दिन बाद मंगलवार को छतरपुर जिलाधिकारी संदीप जी आर ने इस कारण बताओ नोटिस को निरस्त कर दिया है.

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