अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को लेकर दिया बयान कहा- वो मेरे बच्चे जैसे, इसलिए बोलता हूं निकम्मा

Rajasthan:

Rajasthan: राजस्थान की सियासत में नाकारा-निकम्मा शब्द पर सियासी गर्मागर्मी चल रही है। सीएम अशोक गहलोत को एक बार फिर नाकारा-निकम्मा शब्द याद आ गया है। राजधानी जयपुर के बिड़ला सभागार में सीएम गहलोत ने नाकारा-निकम्मा शब्दों की परिभाषा बताते हुए कहा कि जब पड़ोस में दो बच्चे झगड़ते हैं, तो एक पड़ोसी दूसरे पड़ोसी से कहता है कि उसे नहीं पता कि उसने क्या किया है। व्यर्थ का। खारिज किया जाता है। ऐसा वो कहते हैं। आपके बच्चे के लिए। मैंने भी यही कहा। यह बेकार है। खारिज किया जाता है। यह बात कभी-कभी प्यार से भी कही जाती है। सीएम ने कहा कि अब अगर मैं इसे प्यार से भी कहूं तो कुछ लोग इसे बुरा मानते हैं। सीएम गहलोत ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर कांग्रेस के जन प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मंत्री रामलाल जाट ने इन शब्दों की परिभाषा दी है।

 

गहलोत बोले- सरकार परियोजना को पूरा करेगी

सीएम गहलोत ने जयपुर के बिरला सभागार में कहा- मैं घोषणा करना चाहता हूं, भले ही भारत सरकार पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं करती है, राजस्थान सरकार इस परियोजना को पूरा करेगी। उल्लेखनीय है कि सीएम गहलोत ने ईआरसीपी को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा था। गहलोत ने कहा कि जलशक्ति मंत्री कैसे हैं जिन्हें राजस्थान का अधिकार नहीं मिल सका। पीएम मोदी ने वादा किया था, लेकिन शेखावत को वादा याद नहीं आया। शेखावत एब्सेंट माइंड है। राजस्थान के लिए कुछ नहीं किया। सीएम गहलोत ने साल 2020 में पायलट की बगावत के दौरान सचिन पायलट को निकम्मा बताया था।


सीएम की बैठक में नहीं आए पायलट

दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्वी नहर को लेकर आज जयपुर के बिड़ला सभागार में एक बड़ी बैठक बुलाई थी, जिसमें सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनाव में पूर्वी नहर लाने को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र से इस्तीफा दे दिया। सिंह। मांग की। इस बैठक में कांग्रेस के तमाम मंत्री, विधायक और नेता पहुंचे थे। सचिन पायलट आज की बैठक में शामिल नहीं हुए।

गहलोत ने शेखावत को कहा था बेकार

हाल ही में गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को निकम्मा बताया था। शेखावत ने खुद को निकम्मा बताने के लिए गहलोत पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री इन दिनों जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह किसी राज्य के मुखिया की नहीं हो सकती। वह गहरे मानसिक दबाव में हैं क्योंकि उन्हें एक बार फिर कुर्सी पर जाने का डर सता रहा है।

शेखावत ने कहा कि साल 2020 में जब गहलोत की कुर्सी पर संकट आया था, तब भी उन्होंने सचिन पायलट के लिए इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल किया था और नाकारा-निकम्मा जैसे शब्द बोले थे। हाल ही में जब राहुल गांधी ने सचिन पायलट की तारीफ की तो गहलोत साहब को फिर कुर्सी पर संकट नजर आने लगा

शेखावत ने कहा कि इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर मुझसे मिलकर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। जब इस बात से भी मेरा मन नहीं भरा तो उसने मेरे लिए भी वही शब्द इस्तेमाल करने शुरू कर दिए। बता दें कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को लेकर केंद्रीय मंत्री और सीएम गहलोत के बीच खींचतान चल रही है।

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