Yogi Bulldozer News : उत्तर प्रदेश हीं नहीं पूरे देश में इन दिनों बुलडोजर चर्चा का विषय बना हुआ है. इस पर राजनीति हो रही है और सीएम योगी को तो चुनाव के पहले बुलडोजर बाबा कहकर भी पुकारा जा रहा है. भाजपा भी बुलडोजर को लेकर काफी सहज दिख रही है यहीं कारण है कि सीएम योगी के बाद एमपी में शिवराज सिंह चौहान ने भी इससे लोकप्रियता हासिल करने के कोशिश की. ताजा मामला मेरठ जिले से आया है जहां बुलडोजर की कार्रवाई चर्चा का विषय बन गई है. यह मामला सोशल मीडिया में भी खूब उठाया जा रहा है. दरअसल, मेरठ से मवाना रोड कर नेशनल हाईवे 119 के चौड़ीकरण का काम चल रहा है. इसके लिए जमीन खाली करवाई जा रही है और रोड के दोनों ओर जमकर बुलडोजर से तोड़फोड़ की जा रही है.
Yogi Bulldozer News : ऐसे भी योगी आदित्यनाथ की सरकार में बुलडोजर चलाने पर पूरी स्वतंत्रता दी गई है. शायद यही कारण है कि NHAI अधिकारियों में सड़क के दोनों ओर रजपुरा गांव से लेकर गंगानगर तक निर्माण कार्य के लिए तोड़फोड़ की. इस दौरान बुलडोजर के रास्ते में जो भी मकान है दुकाने, स्कूल, कॉलेज या बैंकट हॉल आया सब तोड़ दिया गया. बुलडोजर से दोनों ही तरफ लोगों के आवास से लेकर स्कूल कॉलेज तक छोड़ दिए गए. हालांकि पहले ही यहां रहने वाले लोगों को इस बाबत जानकारी दे दी गई थी कि नेशनल हाईवे के कारण सड़क चौड़ीकरण किया जाएगा और आपको जल्द से जल्द इलाके को खाली कर देना चाहिए.
Yogi Bulldozer News : यह पूरा मामला था चर्चा में आया जब रास्ते में एक मंदिर पड़ गया. सब कुछ छोड़ा जा चुका था लेकिन रास्ते में एक प्राचीन शिव और हनुमान जी का मंदिर आया जिसमें बुलडोजर की रफ्तार भी धीरे कर दी. मंदिर के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई और मंदिर के दोनों तरफ बने घरों को तोड़ दिया गया. बता दें कि सड़क चौड़ीकरण के लिए सरकार द्वारा पहले ही वहां रहने वाले लोगों को मुआवजा दे दिया गया था. इसके बाद भी लोगों ने जमीन खाली नहीं की थी जिसके बाद बुलडोजर के साथ कार्रवाई की जा रही थी. मेरठ के जिला अधिकारी दीपक मीणा ने कहा कि इलाके के लोगों ने अपील की थी कि मंदिर को कहीं और स्थापित कर दिया जाए.
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Yogi Bulldozer News : जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय लोगों की मांग को सुनते हुए हमने मंदिर दूसरी जगह स्थानांतरित करने का फैसला लिया है. उन्होंने बताया कि मंदिर नहीं तोड़ना कारण नहीं था गलती इस मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी थी इसलिए हमने मंदिर को स्थानांतरित करने का फैसला लिया. अभी मामला सोशल मीडिया में काफी तूल पकड़ रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि क्या मंदिर की जगह कोई मस्जिद आता तो उसे स्थानांतरित किया जाता. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर को तो अब भगवान भी रोकने लगे हैं. इसी तरह सोशल मीडिया में लोग तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
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