बोली शिवसेना- हिंदुत्व एक संस्कृति, अराजकता नहीं

Matoshree Controversy

मुंबई | Matoshree Controversy : पिछले कुछ समय से लगातार हनुमान चालीसा पाठ पर विवाद जारी है. इस विवाद की शुरूआत यूपी से हुई थी और अब महाराष्ट्र सरकार की गले की फांस बन गई है. महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर उत्पन्न हुए राजनीतिक विवाद के बीच शिवसेना ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति है, अराजकता नहीं. शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के सम्पादकीय में दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा ने जो कुछ भी किया उसके पीछे भाजपा का हाथ था.

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Sourse : News 18

Matoshree Controversy : बता दें कि राणा दम्पत्ति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी. जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दम्पति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था. मराठी दैनिक पत्र में आरोप लगाया गया कि राणा दम्पति शहर का माहौल खराब करना चाहते हैं. सम्पादकीय में कहा गया कि उन्हें यह सब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय परिसर में करना चाहिए.

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Source : News 18

Matoshree Controversy : सम्पादकीय में ये भी कहा गया कि महाराष्ट्र में हिंदुत्व ठीक चल रहा है, क्योंकि इसका नेतृत्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कर रहे हैं. राज्य में हनुमान चालीसा के पाठ पर कोई रोक नहीं है, लेकिन मातोश्री के बाहर इसे करने की जिद क्यों थी. दैनिक पत्र में कहा गया कि‘ भाजपा द्वारा फैलाई अराजकता का समर्थन नहीं किया जाएगा. हिंदुत्व एक संस्कृति है, अराजकता नहीं. मुंबई पुलिस ने राणा दंपत्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी और बाद में उसमें राजद्रोह का आरोप भी जोड़ दिया. रविवार को मुंबई की एक अदालत ने राणा दंपति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इसके बाद रविवार देर रात अमरावती से सांसद नवनीत राणा को भायखला महिला कारावास ले जाया गया.

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Matoshree Controversy : शिवसेना ने आरोप लगाया कि नवनीत राणा ने अमरावती से लोकसभा चुनाव लड़ते हुए फर्जी जाति प्रमाण पत्र दिया था. सम्पादकीय में कहा गया कि हनुमान सत्य के मार्ग पर चलने वाले राम के अनुयायी हैं. नवनीत राणा, जिनका आधार खुद झूठ पर बना है, वह हनुमान चालीसा के नाम पर राजनीति कर रही हैं और भाजपा इसका महिमामंडन कर रही है. शिवसेना ने कहा कि अगर भाजपा ऐसे फर्जी लोगों से हनुमान चालीसा का पाठ कराना चाहती है, तो यह भगवान राम और हनुमान का अपमान है.

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