Cow Dung Paint : उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पिछले कुछ सालों में कई बड़े परिवर्तन हुए हैं. यह बदलाव आधुनिकरण से लेकर धार्मिक भी रहे हैं जिनको लोगों द्वारा जमकर सराहा गया है. ऐसे में एक बार फिर से वाराणसी के घाटों से एक बड़ी खबर आई है और यहां एक जबरदस्त प्रयोग किया जा रहा है. बताया गया है कि अब गाय के गोबर से पेंटर और डिस्पेंटर बनाया जा रहा है. इसके निर्माण के लिए ब्लॉक भी प्लांट भी तैयार किया जा रहा है और यह काम सेवापुरी ब्लाक में किया जाएगा.
Cow Dung Paint : इस संबंध में जानकारी देते हुए खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक डीएस भाटी ने बताया कि हमने पूरी प्लानिंग कर ली है. उन्होंने बताया कि हम गौ पालकों को गोबर के बदले ₹5 देंगे. इससे स्वरोजगार की भावना का संचार होगा. गाय के गोबर से बने पेंट एंटी बैक्टीरियल एंटी फंगल होता है इसलिए इससे पर्यावरण के अनुकूल पेंट तैयार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यह सामान्य पेंट की तुलना में काफी सस्ता और गंध रहित होने वाला है. उन्होंने अनुमान लगाते हुए कहा कि 100 किलो गोबर से करीब 20 लीटर पेंट तैयार कर लिया जाएगा.
Cow Dung Paint : अभी जो इसे तैयार करने की विधि बताई जा रही है उसके अनुसार गोबर का 40% तरल पदार्थ निकलकर अलग किया जाएगा. इसके बाद गोबर में टाइटेनियम डाइऑक्साइड, कैलशियम कार्बोनेट, थिनर और प्राकृतिक रंग मिलाकर पेंट तैयार किया जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार इस गोबर से बने पेंट को खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग में बेचना शुरू करेगा. फिलहाल सफेद डिस्टेंपर और प्रिंट तैयार करने की योजना है बाद में दूसरे रंग भी तैयार किए जाएंगे. गोबर से बनाई है पेंट दीवारों के साथ लोहे की रॉड को भी पेंट करने के काम आ सकेगा.
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Cow Dung Paint : निदेशक ने बताया कि वाराणसी में पहली बार इसका प्लांट लगाया जा रहा है. अगर हमारा यह प्रयोग सफल होता है तो पूरे देश से डिमांड आने लगेंगी. उन्होंने बताया कि सेवापुरी में 15 जून से प्लांट में गाय के गोबर और डिस्टेंपर के साथ पेंट का उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि बाजारों में मिल रहे पेंट की तुलना में इसकी कीमत काफी कम होगी. लोग गोबर से बने पेंट को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं, उनका कहना है कि यदि यह सब कुछ सही से हो जाता है तो यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि होगी. इससे प्रधानमंत्री के स्वदेशी के सपने को भी मदद मिलेगी और लोगों को घर बैठे रोजगार प्राप्त होगा.
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