Transgender Inspired : राजस्थान के बीकानेर (Bikaner) की एक खबर की चारो तरफ चर्चा है जहां किन्नर समाज की मुखिया मुस्कान बाई (Mushkan Bai) ने गरीब परिवार की दो बेटियों का खर्चा उठाकर पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया है. बीकानेर (Bikaner) के किन्नर समाज ने यह नेक काम कर प्रदेश सहित पूरे देश के मीडिया में सुर्खियां बटोरी है. हिंदी के जाने माने कवि द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी ने अपनी कविता “यदि मैं होता किन्नर नरेश” की पंक्तियों में कल्पना करते हुए लिखा है कि “जय किन्नर नरेश की जय हो के नारे लग जाते,हर्षित होकर मुझ पर सारे लोग फूल बरसाते” आज द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी की कल्पना को बीकानेर (Bikaner) किन्नर समाज की मुखिया मुस्कान बाई (Mushkan Bai) ने दो गरीब परिवार की बेटियों की शादी का खर्चा उठाकर सार्थक कर दिया.
Transgender Inspired : इस खबर के सामने आने के बाद हर कोई बीकानेर के किन्नर समाज की तारीफ करते नही थक रहा. किन्नर मुस्कान बाई (Mushkan Bai) की गुरु मां रजनी बाई अब इस दुनिया मे नही है लेकिन मुस्कान बाई (Mushkan Bai) ने अपनी इन दो बेटियों की शादी का खर्चा उठाकर बहुत पांच साल पहले अपनी गुरु मां का दिया एक वादा निभाया है. मुस्कान बाई (Mushkan Bai) की गुरु रजनी बाई बीकानेर (Bikaner) कुम्हारों के मोहल्ले में रामलाल के घर पुत्र होने की बधाई लेने पहुंची थी. जिस दिन रजनी बाई रामलाल के घर गई उसी दिन रामलाल की मृत्यु हो गई.
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Transgender Inspired : रामलाल के आठ बच्चे हैं जिसमे सात लडकिया है. ऐसे में रजनी बाई ने रामलाल की दो बेटियों की शादी का खर्चा उठाने का वादा कर दिया. वादा निभाने से पहले ही रजनी बाई इस दुनिया को छोड़कर चली गई लेकिन उनकी शिष्या मुस्कान बाई (Mushkan Bai) ने अपनी गुरु द्वारा किया गया वादा निभाकर समाज मे एक नजीर पेश कर की है. ये वाकई में लोगों को काफी भावुक कर रहा है.