भारत के विदेश मंत्री चर्चा में क्यों है

S Jaishankar

नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) आज देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. हर कोई एस जयशंकर (S Jaishankar) की तारीफ में कसीदे पढ़ रहा है. अमरीका में उन्होंने जो कुछ भी कहा उसका वीडियो जब भारतीय मीडिया में दिखाया गया तो सबने भारत के विदेश मंत्री की तारीफ करना शुरू कर दिया.

अमरीका में अमरीका को जवाब

दरअसल भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) अभी अमरीका में 2+2 की बैठक में भाग लेने गए है. उनके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी इस बैठक का हिस्सा है. इसके अलावा इस महत्वपूर्ण बैठक में अमरीका के विदेश और रक्षा मंत्री भी शामिल हुए थे. इस बैठक में ही अमरीका ने भारत के रूस से तेल खरीदने पर सवाल उठाया जिसका सटीक जवाब भारतीय विदेश मंत्री ने अमरीका को दिया.

 

मोदी बाइडेन की वर्चुअल मीटिंग

इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की एक वर्च्युअल मीटिंग हुई जिसमें दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्री भी जुड़े थे. इस मीटिंग में जो बाइडेन ने कहा कि भारत को अपनी तेल आपूर्ति के लिए रूस पर निर्भर नही रहना चाहिए साथ ही बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन मामले पर रूस पर आर्थिक दवाब बना रहना चाहिए.

एस जयशंकर (S Jaishankar) ने क्या कहा

इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्री जब एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे तो एक पत्रकार ने जयशंकर से रूस से भारत के तेल खरीदने पर सवाल पूंछ किया जिसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि आप भारत के तेल खरीदने पर चिंतित है लेकिन यूरोप जितना तेल दोपहर में खरीदता है इतना भारत महीने में भी नही खरीदता है.

Must Read: मोदी ने शाहबाज शरीफ से क्या कहा

भारत पर बढ़ सकता है दवाब

इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के प्रधानमंत्री से जिस तरह तेल आपूर्ति के लिए रूस पर निर्भर ना रहने को कहा उसके बाद माना जा रहा है कि अमरीका भारत पर रूस से तेल ना खरीदने का दवाब बना सकता है. बाइडेन ने तेल और गैस आपूर्ति के लिए भारत का सहयोग करने की बात भी कही है.

क्या है 2+2

भारत और अमरीका के बीच होने वाली यह एक महतवर्ण बैठक है जो कि ट्रम्प प्रशासन की देन है. इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग बढ़ाना है. इसकी पहली बैठक 2018 में दिल्ली में आयोजित की गई थी और इस सिलसिले में यह चौथी बैठक है.

 

दोनों डेलीगेट ने ट्वीट कर दी जा जानकारी

भारत की तरफ से इस बैठक में हिस्सा लेने वाले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अपने अपने ट्विटर हैंडल से इस मीटिंग के सकारात्मक रहने के बारे में जानकारी दी है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Grey Observer