नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) आज देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. हर कोई एस जयशंकर (S Jaishankar) की तारीफ में कसीदे पढ़ रहा है. अमरीका में उन्होंने जो कुछ भी कहा उसका वीडियो जब भारतीय मीडिया में दिखाया गया तो सबने भारत के विदेश मंत्री की तारीफ करना शुरू कर दिया.
अमरीका में अमरीका को जवाब
दरअसल भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) अभी अमरीका में 2+2 की बैठक में भाग लेने गए है. उनके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी इस बैठक का हिस्सा है. इसके अलावा इस महत्वपूर्ण बैठक में अमरीका के विदेश और रक्षा मंत्री भी शामिल हुए थे. इस बैठक में ही अमरीका ने भारत के रूस से तेल खरीदने पर सवाल उठाया जिसका सटीक जवाब भारतीय विदेश मंत्री ने अमरीका को दिया.
External Affairs Minister S. Jaishankar in Washington, responding to a reporter’s question on India’s energy purchases from Russia, points out Europe buys more in an afternoon than India does in a month pic.twitter.com/4LJituULic
— Ananth Krishnan (@ananthkrishnan) April 12, 2022
मोदी बाइडेन की वर्चुअल मीटिंग
इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की एक वर्च्युअल मीटिंग हुई जिसमें दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्री भी जुड़े थे. इस मीटिंग में जो बाइडेन ने कहा कि भारत को अपनी तेल आपूर्ति के लिए रूस पर निर्भर नही रहना चाहिए साथ ही बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन मामले पर रूस पर आर्थिक दवाब बना रहना चाहिए.
एस जयशंकर (S Jaishankar) ने क्या कहा
इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्री जब एक पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे तो एक पत्रकार ने जयशंकर से रूस से भारत के तेल खरीदने पर सवाल पूंछ किया जिसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा कि आप भारत के तेल खरीदने पर चिंतित है लेकिन यूरोप जितना तेल दोपहर में खरीदता है इतना भारत महीने में भी नही खरीदता है.
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भारत पर बढ़ सकता है दवाब
इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत के प्रधानमंत्री से जिस तरह तेल आपूर्ति के लिए रूस पर निर्भर ना रहने को कहा उसके बाद माना जा रहा है कि अमरीका भारत पर रूस से तेल ना खरीदने का दवाब बना सकता है. बाइडेन ने तेल और गैस आपूर्ति के लिए भारत का सहयोग करने की बात भी कही है.
क्या है 2+2
भारत और अमरीका के बीच होने वाली यह एक महतवर्ण बैठक है जो कि ट्रम्प प्रशासन की देन है. इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग बढ़ाना है. इसकी पहली बैठक 2018 में दिल्ली में आयोजित की गई थी और इस सिलसिले में यह चौथी बैठक है.
Had a very meaningful and in-depth discussion at the 2+2 Ministerial Meeting in Washington DC.
During the meeting, we shared our assessments of the situation in our neighbourhood and Indian Ocean Region.
India-US Defence Cooperation is being further expanded and strengthened. pic.twitter.com/QHnArmelfs
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) April 12, 2022
दोनों डेलीगेट ने ट्वीट कर दी जा जानकारी
भारत की तरफ से इस बैठक में हिस्सा लेने वाले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अपने अपने ट्विटर हैंडल से इस मीटिंग के सकारात्मक रहने के बारे में जानकारी दी है.