सोशल मीडिया में संग्राम, ट्रेंड में है- #चलो_पाली_सवाल_मूछों_का_है..

Pali Murder Case :

जयपुर | Pali Murder Case : राजस्थान के पाली से 2 दिन पहले एक हैरान करने वाला मामला सामने आया था. जिले के बाली तहसील के बारवां गांव के जितेंद्र मेघवाल की मंगलवार को हत्या कर दी गई. बताया गया कि जितेंद्र मेघवाल की हत्या उनके गुड पर्सनालिटी मेंटेनेंस और खासकर उनकी मूंछों की बनावट के कारण की गई. सोशल मीडिया में भी इस बात की चर्चा जोरों पर थी की एक दलित की अच्छी पर्सनालिटी से जल के उनको मौत के घाट उतारा गया. इलाके के लोग किस बात का दावा कर रहे हैं कि उनके लुक और पर्सनालिटी के कारण उनकी हत्या की गई. हालांकि पुलिस लोगों के दावे को सिरे से खारिज कर रही है.

Pali Murder Case : इस पूरे मामले में पाली पुलिस का कहना है कि व्यक्तिगत कारणों से जितेंद्र मेघवाल की हत्या की गई. पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए दोनों आरोपी सूरज सिंह राजपुरोहित और रमेश सिंह राजपुरोहित को बाड़मेर जिले से गिरफ्तार किया है. बता दें कि परिवार वालों ने जितेंद्र का शव लेने से इनकार कर दिया था. पाली के बाली थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने कहा कि जितेंद्र पाल मेघवाल सीएचसी में संविदा में कार्यरत थे. ड्यूटी के बाद अपने गांव जा रहे थे लेकिन तभी 2 व्यक्ति उनका पीछा करने लगे. जिसके बाद उनके बीच थोड़ी बहुत झड़प हुई और 4:00 बजे के आसपास उसकी हत्या कर दी गई.

Pali Murder Case : सोशल मीडिया में भी अब ये मामला खूब सुर्खियां बटोर रहा है. इस मामले में राजनीति होने की भी उम्मीद की जा रही है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ ST/SC के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया है कि यह कोई पुराना भी बात था जिसके बाद उसकी हत्या की गई हालांकि दोनों के बीच हुई झड़प के दौरान आरोपियों ने जातिसूचक गालियां दी होंगी. इस पर अब तक पुख्ता जानकारी नहीं मिली है. इस मामले को लेकर पाली प्रशासन भी दबाव में आ गया है. अभी प्रशासन को लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Must Read : पंजाब से हरभजन सिंह ने राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया

Pali Murder Case : ट्विटर पर अब #23 चलो पाली सवाल मूछों का है ट्रेंड कर रहा है. लोग लगातार इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और अपने अपने तरीके से चीजों पर रिएक्ट कर रहे हैं. जो जानकारी मिली है उसके अनुसार 23 मार्च को चंद्रशेखर आजाद भी पाली पहुंचने वाले हैं. ऐसे में राजस्थान की सियासत और पाली में लॉ एंड ऑर्डर व्यवस्था को बनाए रखना आसान नहीं होने वाला है. एक और सोशल मीडिया है तो दूसरी ओर इस मामले में पूरी राजनीति होने की उम्मीद है. अगले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव भी होने हैं इसलिए कांग्रेस तो नहीं चाहेगी कि इस मामले में राजनीति हो.

Must Read : 132 यात्रियों को ले जा रहा विमान चीन में क्रैश, कई मौतों का अंदेशा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Grey Observer