लखनऊ । देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की पूर्णाहुति हो चुकी है। बस इंतजार है तो कल आने वाले परिणामों का। लेकिन बुआ को तो चुनाव परिणामों की परवाह कहा है वे तो अपने अगले मिशन की तैयारियों में अभी से जुट गई है। जी हां, उत्तर प्रदेश विधानसभा में चाहे कोई भी पार्टी जीते, लेकिन मायावती का मिशन तो कुछ ओर ही है। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव नतीजे आने से पहले ही 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कमर कस ली है। अब चाहे बुआ को मोदी जी के खिलाफ भतीजे यानि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का साथ मिले या न मिले। उन्होंने ने तो अपना मिशन शुरू कर दिया है। ( Mission 2024 )
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बुआ को है… भाई-भतीजे पर विश्वास
लगता है कि यूपी की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती को अब सीएम पद की ललक नहीं रही। वे तो सीधे केन्द्र तक अपनी पार्टी को पहुंचाने का मानस बना चुकी हैं। जिसके लिए लगातार प्रयास भी कर रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। इसके लिए बसपा में राष्ट्रीय स्तर पर नए सिरे से नेताओं को जिम्मेदारियां दी गई हैं। मायावती ने इसके तहत अपने भाई आनंद कुमार और भतीजे आकाश आनंद का प्रमुखता से चुनाव किया है और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं। रामजी गौतम से उनका पद छीन लिया गया है। साथ ही राष्ट्रीय महासचिव की संख्या 5 से बढ़ाकर 6 कर दी है। मायावती की पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर अब एक ही कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद रहेंगे।
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गंभीर हुआ मिशन 2024
उत्तर प्रदेश में अकेले अपने दम पर विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने वाली मायावती ने अपने मिशन 2024 को गंभीरता से लेते हुए देश के सभी राज्यों को 7 सेक्टर्स में विभाजित कर दिया है जिनके प्रभारी भी अलग-अलग नियुक्त होंगे। ये भी अब सीधे बुआ को ही रिपोर्ट करेंगे। जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय के लिए मायावती के भतीजे आकाश आनंद काम करेंगे। कांशीराम जी के बाद बहुजन समाज पार्टी की कमान संभालने वाली मायावती ने अब लोकसभा चुनाव में भाजपा की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना रखा है तभी तो विधानसभा चुनाव परिणाम की परवाह किए बिना ही अपने अगले मिशन की ओर अग्रसर हो गई हंै। मायावती ही नहीं, इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बंगाल चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार के खिलाफ तभी से अपना मिशन शुरू कर दिया था। उनका विपक्ष की सभी पार्टियों को एक सूत्र में पिरोने का काम अभी भी लगातार जारी है। ( Mission 2024 )
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