Kissing Concept : अभी दुनिया भर में प्यार का महीना मनाया जा रहा है कुछ दिनों पहले ही वेलेंटाइन डे गुजरा है. इस महीने में युवा जोड़ों में खासा उत्साह देखने को मिलता है. वेलेंटाइन वीक में एक ऐसा दिन भी आता है जिसे ‘किस डे’ के नाम से जाना जाता है. अक्सर हमारे घरों में जब फिल्मों में किसिंग सींस दिखाए जाते हैं तो बड़े बुजुर्ग चैनल बदल दिया करते थे. ऐसे में यदि हम आपको कहीं की लिप टू लिप किस का कंसेप्ट भारत में ही शुरू हुआ था तो शायद आपको इस बात पर यकीन ना हो. आज हम आपके साथ कुछ ऐसे ही जानकारी शेयर करने जा रहे हैं.
Kissing Concept : दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जिनका मानना है कि किसिंग के बारे में सबसे पहले से भारत में ही लोग जानते थे. यहां तक कि ऋग्वेद में भी इसका उल्लेख मिलता है. बता दें कि इससे पहले किसिंग को सूंघने की तरह देखा जाता था जिसे बाद में kiss समझा गया. वैदिक परंपरा में भी पिता तीन बार नवजात शिशु के सर को चुमते हैं इसका जिक्र है. हालांकि उस समय यह शब्द किस नाम से जाना जाता था इस पर काफी विरोधाभास है. लेकिन जानकारों का मानना है कि इस शब्द को पहले कंब कहा जाता था. यहां यह भी स्पष्ट कर देगी अथर्ववेद में सूंघने का मतलब होठों के जरिए स्पर्श से हुआ करता था.
Kissing Concept : आपको यह जानकर भी थोड़ा अजीब लगेगा कि महाभारत के दौर में भी ऐसी कई कहानियां मिलती है जो भारत में किसिंग की शुरुआत को पुख्ता करती हैं. कहा जाता है कि जब सिकंदर भारत आया तो उसने पहली बार लोगों को किस करते देखा. उसे यह देख कर अच्छा लगा फिर उसकी सेना भारत से इस kiss को लेकर दुनिया भर में चली गई. बहुत से इतिहासकारों का मानना है कि यहीं से दुनिया भर में kissing की शुरुआत हुई.
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Kissing Concept : खजुराहो की मूर्तियां इस बात को और भी पुख्ता करती है कि भारत में ही इसकी शुरुआत हुई थी. हालांकि ग्रीस में भी चुंबन की कई पौराणिक मूर्तियां और अन्य साक्ष्य उपलब्ध हैं. लेकिन यहां लिप टू लिप किस के कोई प्रमाण नहीं मिलते. ऐसे में कहा जा सकता है कि भारत में धीरे धीरे किसिंग खत्म होने लगी और दुनिया भर ने इसे दोनों हाथों से स्वीकार किया.
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