फिलहाल भारतीय क्रिकेट टीम में जो कुछ भी हो रहा है वह काफी कुछ सास—बहू या ननद-भाभी के झगड़े से मिलता जुलता है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता कि दोनों में से ननद कौन है और भाभी कौन? लेकिन इतना तय है कि इस झगड़े का नुकसान भारतीय क्रिकेट को उठाना पड़ रहा है.
घरों में अक्सर पुरुषों को ननद—भाभी के झगड़े में उलझता हुआ देखा जाता है. इन परिस्थितियों में पुरुष अक्सर यह निर्णय नहीं ले पाते कि आखिर गलती किसकी है. हालांकि यह बात साफ होती है कि सास—बहू या ननद भाभी के झगड़े में हमेशा नुकसान पुरुष का ही होता है.
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली हमेशा से ही अपने आक्रामक रवैये के लिए जाने गए हैं. ऐसा हो भी क्यों ना, आज के दौर में विराट कोहली सबसे बड़े खिलाड़ी हैं इसमें तो कोई शक नहीं. तो अगर विराट कोहली थोड़ी मनमानी करते हैं तो इसमें हर्ज ही क्या है.
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दूसरी और सौरव गांगुली की बात करें तो वे भी अपनी जिद्द के लिए काफी प्रसिद्ध रहे हैं. अगर आप थोड़ा याद करें तो आपको पता चलेगा कि किस तरह सौरव गांगुली का विवादों से नाता रहा है और वो किस तरह अपनी बात मनवाते थे.
इसमें कोई शक नहीं है कि सौरव गांगुली वो कप्तान थे जिसमें भारतीय टीम को विदेशी धरती पर जीतना सिखाया था. इसके साथ ही वे भारतीय टीम के शायद पहले कप्तान थे जो सामने वाली टीम के आंखों में आंख डाल कर बात करते थे.
सौरव गांगुली और ग्रेग चैपल कभी बात तो शायद ही कोई भूल सकता है. दोनों के बीच में विवाद इतना बड़ा था कि सौरव को टीम से बाहर तक कर दिया गया था. उस समय की मीडिया में खबर चलती थी कि राहुल द्रविड़ के साथ ही उनके संबंध अच्छे नहीं थे.
What is the BIGGEST challenge for Rahul Dravid going forward…??? Diffuse the tension created Sourav Ganguly and Virat Kohli controversy…??? If he fails to do that he will himself get diffused I feel…
— Samip Rajguru (@samiprajguru) January 24, 2022
कई लोगों का कहना है कि सौरव गांगुली विराट कोहली के साथ कुछ वैसा ही व्यवहार कर रहे हैं जैसा ग्रेग चैपल ने उनके साथ किया था. जानकारों की माने तो इस विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब विराट कोहली ने रवी शास्त्री को कोच बनाने की जिद्द की थी.
बताया जाता है कि विराट कोहली की जिद के कारण उस समय के कोच अनिल कुंबले को भावुक होकर कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. बहुत से लोगों का मानना है कि तब से सौरव गांगुली विराट कोहली के खिलाफ हो गए थे.
इसमें कोई शक नहीं है कि आज के बाजार में जो दिखता है वह बिकता है. यही कारण है कि विराट कोहली अपनी अकड़ छोड़ने को तैयार नहीं है. कहीं ना कहीं विराट भी जानते हैं कि आज के समय में उनकी फैन फॉलोइंग दादा की तुलना में कहीं ज्यादा है.
ऐसे में ननद भाभी के समान इस झगड़े में अब कोच बने राहुल द्रविड़ की स्थिति एक सास की तरह हो गई है. एक सास ना तो अपनी बेटी को गलत बता सकती है और ना ही बहू को. हालांकि सास को पता होता है कि इन सबसे प्रभावित उसका बेटा ही होगा.